जागरूकता सृजन
  • स्कूलों महाविद्यालयां में प्रत्येक माह के चौथे शनिवार को नशा मुक्ति कार्यक्रम।
  • ग्राम पंचायत एवं शहरी वार्ड स्तर पर अवेयरनेस फॉरम का गठन एवं जागरूकता गतिविधियाँ।
  • मानस सखी के माध्यम से नशे के दुष्परिणामों से महिलाओं को अवगत कराना।
  • युवाओं को नशा मुक्ति की ऑनलाईन शपथ दिलवाना।
  • नारा लेखन/वॉल पेंटिग करवाना।
काउंसलिंग एवं उपचार
  • व्यसन से ग्रसित लोगों की पहचान कर उनकी काउंसलिंग करना तथा आवश्यकता होने पर ईलाज हेतु रेफर करना।
  • सीएचसी/पीएचसी पर काउंसलिंग कैम्प का आयोजन।
  • मानस हेल्प लाईन 01552 -260295 के माध्यम से काउंसलिंग।
  • निजी नशा मुक्ति केन्द्रों की प्रभावी मोनिटरिंग एवं सहभागिता।
  • राजकीय नशा मुक्ति केन्द्र की व्यवस्था।
अवैद्य बिक्री पर नियंत्रण
  • नशे की अवैद्य बि़क्री की सूचना देने के लिए हेल्पलाईन नम्बर 9530432468 , 764531201 की व्यवस्था।
  • संवेदनषील क्षेत्रों में पुलिस गस्त।
  • मेडिकेटेड़ दवाईयों की बि़क्री की मात्रा को नियंत्रित करना।
  • अवैद्य नषे के कार्य में संलिप्त अपराधियों के विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही।
  • शैक्षणिक संस्थाओं से 100 मीटर के दायरे में व्यसन उत्पादों की विक्रय बन्द।
सामुदायिक सहभागिता
  • जन सहभागिता हेतु रैली मैराथन रथ यात्रा नुक्कड़ नाटक आदि कार्यक्रमों का आयोजन।
  • प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर चयनित खेल सुविधाओं की व्यवस्था।
  • शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में खेलों की आयोजन।
  • इस अभियान में श्रेष्ठ कार्य करने वाले खिलाड़ियों/नागरिकों/संस्थाओं तथा शहरी निकायों/ग्राम पंचायतों को सम्मानित करना।

मिथक व वास्तविकता
  • मिथक-1 नशा सिर्फ मज़े के लिए है और किसी को कोई नुकसान नहीं पहुचाता।
  • वास्तविकताः नशा शारीरिक मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य को बहुत नुकसान पहुंचा सकता हैं।

  • मिथक-2 एक बार नशा शुरू कर लिया तो इसे छोड़ना असंभव हैं।
  • वास्तविकताः सही सलाह और उपचार से साथ नशे से बाहर निकल सकते हैं।
नशे के कारक
  • मानसिक स्वास्थ्य समस्याएँ - अवसाद, चिंता, तनाव आदि।
  • सामाजिक परिस्थितियाँ - पारिवारिक समस्याएँ, दोस्तों का प्रभाव, सामाजिक दबाव आदि।
  • व्यक्तिगत कारण - आत्म-विष्वास की कमी, स्वास्थ्य संबंधी मुद्दे, स्वार्थपरता आदि।
नशे के लक्षण
  • शारीरिक - नकारात्मक स्वास्थ्य पर प्रभाव, बार-बार बुरा लगना, सोने और खाने की समस्याएँ|
  • मानसिक - तनाव, विचारों में विचरन, आत्म-हत्या की भावना|
  • सामाजिक - दुर्व्यवहार, समाज से अलग होना, संबंधों में समस्याएँ|
काउंसलिंग व उपचार
  • काउंसलिंग - मानसिक स्वास्थ्य पेषेवरों से सलाह प्राप्त करें।
  • उपचार - मनोरोग विषेषज्ञ के निर्देषन दवा विचार करें।
  • हनुमान में मनोरोग विषेषज्ञ की सेवाएं - जिला चिकित्सालय (हनुमानगढ़), उपजिला अस्पताल (नोहर, भादरा)
  • ढृढ़ संकल्प, घरवालों का सपोर्ट, बुरी चीजों से दूरी एवं विषेषज्ञों की सलाह नशे से मुक्ति का आधार है।
  • अधिक जानकारी के लिए मानस हेल्प लाइन नंबर 14416 अथवा 01552-260295